VISHARADNAGAR BILASPUR RAMPUR (U.P)
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Welecome ToDAV INTER COLLEGE VISHARATNAGAR

About Us

The evaluation process has been designed by keeping a development profile for each child. The profilepresents information on the children and their development in a continuous manner. It focuses not o

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Our Mission

The mission of the school is to impart moral values and enable the children to grow up into caring and sharing individuals, equipped for making the right choices in life and responsible citizens of th

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Our Vision

Our vision at DAV Inter College is to empower students to gain, express and value knowledge that will support them as life-long learners and contribute to the global world as leaders.Make our children

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Principal Message

बच्चे उर्वरभूमि पर लहलहाती फसलों के सदृश हैं, जिस पर किसी भी राष्ट् की आधारशिला निर्धारित होती हैं। राष्ट्र् के भविष्य की बुनियाद बच्चें होते हैं। ये उस राष्ट्र्‌रुपी वृक्ष की जडें हैं जो नइ पीढ़ी को कार्य, आराधना तथा विद्वता के फल प्रदान करता है। इन बच्चों को भविष्य की लम्बी राह तय करनी है तथा राष्ट्र् को सफलता के मार्ग पर ले जाना है। 
                               किसी राष्ट्र् के भविष्य को आकार देने का प्राथमिक उत्तरदायित्व तीन लोगों पर है-माता, पिता एवं शिक्षक। इनमें से शिक्षक सर्वमहत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं-चूंकि ये इस कार्य में विशेष तौर पर प्रशिक्षित तथा चयनित होते हैं और अपनी क्षमतानुरुप इस कर्त्तव्य को निभाते हैं। 

                                                प्रेमपाल सिंह 

Manager Message

शिक्षा ज्ञानार्जन की एक विद्या है। जिसके द्वारा शिक्षक बालक के अंतर्निहित शक्तियों को विकसित करते हुये एक सुसंस्कारित, चरित्रवान, स्वालम्बी, संवेदनशील, राष्ट्र के प्रति समर्पित नागरिक बनाने का प्रयास करता है। यदि उसका प्रयास सफल हुआ तो वही बालक आगे चलकर एक वट वृक्ष के रूप मे दिखाई देता है। अब प्रश्न उठता है कि बालक/बालिका के अंदर इन गुणो को कैसे निरूपित किया जाए? जिसके लिए आवश्यक है कि शिक्षक को प्रशिक्षित होना चाहिए। वास्तव मे शिक्षा को दूसरे तक पहुँचाने की कला को प्रशिक्षण कहते हैं। इन्ही उद्देश्य की पूर्ति हेतु विद्यालय मे  माध्यमिक स्तर तक अधध्यन करने वाले बालक बालिकाओं को शिक्षित करने हेतु एक योग्य शिक्षक तैयार करने के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है।महाविद्यालय के अन्दर आने वाले बालक/बालिकाओं के अन्दर मानवीय गुणो को विकसित करने के लिए योग्य एवं कुशल शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है। जो उन्हे अच्छी शिक्षा प्रदान करते हैं। छात्र/छात&l

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